Adani पर आरोप : सौर ऊर्जा के कांट्रैक्ट हासिल करने भारतीय अधिकारियों को 2110 करोड़ की रिश्वत !
- शेयर गिरे अडानी टॉप 20 की लिस्ट से बाहर
- राहुल गांधी का वार : मुख्यमंत्री जेल जा रहे, अडानी बाहर घूम रहे
- अडानी ग्रुप ने आरोपों का खंडन किया
RNE Network.
अडानी ग्रुप के चेयरमैन और देश के दूसरे सबसे अमीर उद्योगपति गौतम अडानी पर अमेरिका में गंभीर आरोप लगाए है। अडानी और सात अन्य लोगों पर अमेरिका में अरबों डॉलर की रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं।
गौतम अडानी के खिलाफ अरेस्ट वारंट निकाले गए हैं। गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी समेत 7 लोगों पर सौर ऊर्जा से जुड़े कॉन्ट्रैक्ट के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर यानी लगभग 2110 करोड़ रिश्वत देने का आरोप लगाया है।
Rahul Gandhi हुए हमलावर :
अमेरिका में गौतम अडानी पर 21 अरब रुपये के रिश्वत के आरोप लगने के बाद विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अरेस्ट करने की मांग की। सवाल किया, अडानी जी फ्री कैसे घूम रहे हैं? हमलोग ये सवाल लगातार उठा रहे हैं. लेकिन, अडानी पर जांच नहीं की गई, क्यों सरकार उनको बचा रही है? राहुल ने कहा कि अमेरिका में अडानी पर जांच से ये साबित हो गया है कि उन्होंने अमेरिका और भारतीय कानून को तोड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदुस्तान में अडानी जी का कुछ नहीं किया जा सकता, मुख्यमंत्री 10-15 करोड़ के आरोप में जेल चले जाते हैं लेकिन, अडानी बाहर घूम रहे हैं। हम उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
Madhavi buch पर निशाना :
राहुल गांधी ने सेबी की प्रमुख माधबी पुरी बुच पर भी आरोप लगाया। कहा, वह इन घोटालों की किंगपीन हैं। माधबी बुच गौतम अडानी की शेयर प्राइस को कंट्रोल करती हैं, उनको वहां से हटाना चाहिए नहीं तो आने वाले समय में केवल बड़े इन्वेस्टर ही बच पाएंगे, रिटेल इन्वेस्टर खत्म हो जाएंगे।
खबर के साथ ही टॉप-20 की लिस्ट से बाहर अडानी :
गौतम अडानी की कंपनी पर अमेरिका में गंभीर आरोप लगने और गिरफ्तारी की तलवार लटकने की खबर के आते ही अडानी के शेयर ताश के पत्तों की तरह बिखर गए और गौतम अडानी अरबपतियों की लिस्ट में टॉप 20 से बाहर हो गए। जो अडानी बिलेनियर्स की लिस्ट में कभी दूसरे-तीसरे पायदान पर रहा करते थे, अमेरिका से आती खबरों की वजह से 25वें पाययदान पर पहुंच गए हैं।
Adani Group ने आरोपों को किया खारिज, कहा- निराधार इल्जाम :
Adani Group ने अपने चेयरमैन Gautam Adani और Adani Green के डायरेक्टर्स पर अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट और अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन की ओर से रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के लगाये गए आरोपों को सिरे से खारिज किया है। Adani Group के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा कि आरोप पूरी तरह से निराधार हैं और इनका खंडन किया जाता है। कंपनी ने कहा कि वो उपलब्ध सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करेगी। बयान में कहा गया कि जस्टिस डिपार्टमेंट ने खुद कहा है, “अभियोग में लगाए गए आरोप अभी केवल आरोप हैं और जब तक दोषी साबित नहीं हो जाते, तब तक प्रतिवादियों (Defendants) को निर्दोष माना जाता है।
अडानी समूह के प्रवक्ता ने कहा, ग्रुप ने हमेशा से गवर्नेंस में हाई स्टैंडर्ड, पारदर्शिता और रेगुलेटरी अनुपालन के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध रहा है. कंपनी ने कहा, हम अपने स्टेकहोल्डर्स, पार्टनर्स, और कर्मचारियों को आश्वस्त करते हैं कि हम एक कानून का पालन करने वाले संगठनों में है, जो सभी कानूनों का पूरी तरह से पालन करते हैं।